UP Board Class 6 History and Civics Model Paper इतिहास : हमारा इतिहास और नागरिक जीवन

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Board UP Board
Class Class 6
Subject History and Civics
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 6 History and Civics Model Paper इतिहास : हमारा इतिहास और नागरिक जीवन

सत्र परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-सामाजिक अध्ययन
हमारा इतिहास और नागरिक जीवन

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
इतिहास क्या है?
उत्तर:
इतिहास बीते हुए समय और उस समय के लोगों को समझने जानने का एक साधन है।

प्रश्न 2.
आग की खोज किस काल में हुई थी?
उत्तर:
आग की खोज पुरापाषाण काल में हुई थी।

प्रश्न 3.
प्राक् ऐतिहासिक काल किसे कहते हैं?
उत्तर:
वह समय जिसकी कोई भी लिखित सामग्री उपलब्ध नहीं है, प्राक् ऐतिहासिक काल कहलाता है।

प्रश्न 4.
मानव का प्रथम पालतू पशु कौन-सा है?
उत्तर:
कुत्ता।

प्रश्न 5.
‘मोहनजोदड़ो’ का क्या अर्थ है?
उत्तर:
मृतकों का टीला।

प्रश्न 6.
इतिहास की जानकारी कैसे प्राप्त होती हैं?
उत्तर:
पुरातात्विक खननों में प्राप्त वस्तुओं से।

प्रश्न 7.
विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य कौन-सा है?
उत्तर:
महाभारत।

प्रश्न 8.
पुरापाषाण काल के औजार कैसे होते थे?
उत्तर:
बेडौल एवं भौंडी आकृति के।

प्रश्न 9.
तमिलनाडु एवं केरल के पारम्परिक नृत्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
तमिलनाडू – भरतनाट्यम,
केरल – कथकली.

प्रश्न 10.
ग्राम-पंचायत का सचिव कौन होता है?
उत्तर:
ग्राम-पंचायत का सचिव ग्राम-पंचायत अधिकारी होता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
सही कथन पर सही (✓) का निशान एवं गलत कथन पर गलत (✗) क्रा निशान लगाइए
उत्तर:
(क) प्राक् (पूर्व) इतिहास जानने के लिए हमारे पास लिखित सामग्री है। (✗)
(ख) प्राचीन काल के मानव कागज पर लिखते थे। (✗)
(ग) सिक्कों एवं अभिलेखों से भी ऐतिहासिक जानकारी मिलती है। (✓)
(घ) राजतरंगिणी कौटिल्य (चाणक्य) की रचना है। (✗)
(ङ) वेद धार्मिक साहित्य है। (✓)
(च) फाह्यान मौर्य काल में भारत आया था। (✗)

प्रश्न 12.
‘पुरातत्ववेत्ता’ से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
पुरातत्ववेत्ता सावधानी से जमीन की देख-रेख और समझ के आधार पर खुदाई कराते हैं। खुदाई से प्राप्त छोटी वस्तुओं से वे लिखित दस्तावेज तैयार करते हैं। इन्हीं वस्तुओं के आधार पर हमें अतीत की जानकारी प्राप्त होती है।

प्रश्न 13.
किस कारण सभी प्राचीन सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे हुआ? (नदियों से विशेष लाभ क्या थे?)
उत्तर:
खेती के लिए पानी की उपलब्धता ने अधिक अन्न उत्पादन में मदद की। इससे व्यापार को बढ़ावा मिला जिससे नगरों का विकास संभव हो सका। व्यापार के लिए जलमार्ग सुलभ था। साथ ही नदी मार्ग से व्यापार सस्ता, आसान तथा सुरक्षित था। नगरीय जीवन में कृषि की अपेक्षा अन्य काम-धंधों को अधिक महत्व मिला। इन काम-धंधों के लिए कच्चे माल की उपलब्धता तथा उससे निर्मित वस्तुओं ने नगरीय जीवन को और उन्नत बनाया। यही कारण है कि सभी प्राचीन सभ्यताओं का विकास नदियों के किनारे ही हुआ।

प्रश्न 14.
खेती का विकास हो जाने के बाद आर्यों के जीवन में क्या परिवर्तन हुआ?
उत्तर:
खेती का विकास हो जाने के बाद आर्यों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। अब आर्य जौ के साथ गेहूँ, धान, दाल आदि उगाने लगे और कृषि उनका मुख्य व्यवसाय बन गया।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
इतिहास जानने के पुरातात्विक व साहित्यिक साधनों (स्रोतों) का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पुरातात्विक और साहित्यिक दोनों स्रोतों से हमें इतिहास की जानकारी प्राप्त होती है। इन स्रोतों की सहायता से इतिहासकार और पुरातत्वविद् अतीत का निर्माण करते हैं। इतिहासकार इन्ही स्रोतों से अतीत की कृषि, पशु-पालन, कामगार, शिल्प, काम-धंधे, व्यापार, नापतौल, लेन-देन, कर आदि के आधार पर आर्थिक स्थिति का वर्णन करते हैं। घर-परिवार, स्त्रियों की स्थिति, शिक्षा, रहन सहन, खान-पान, वेश-भूषा, मनोरंजन त्योहार, मैले आदि के आधार पर सामाजिक तथा शासक, प्रजा, प्रशासन, सुरक्षा व सैन्य व्यवस्था के आधार पर राजनीतिक स्थिति की जानकारी प्रदान करते हैं। इसी प्रकार कला, आचार, ज्ञान-विज्ञान की मान्यताएँ, धार्मिक विश्वास, देवी-देवता, पूजा-पाठ एवं परंपराओं के आधार पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थिति का वर्णन करते हैं।

प्रश्न 16.
आर्यों की सामाजिक व्यवस्था कैसी थी?
उत्तर:
आर्यों की सामाजिक व्यवस्था में समाज का आधार परिवार था। परिवार का वरिष्ठ सदस्य इसका मुखिया होता था, जिसको कुलप या गृहपति कहा जाता था। आरंभ में आर्य तीन वर्षों में विभाजित थे। राजा, पुरोहित तथा अन्य जन। यह विभाजन उनके व्यवसाय पर आधारित था। धीरे-धीरे यज्ञ करवाने वाला ब्राह्मण, युद्ध करनेवाला क्षत्रिय, व्यापार करनेवाला वैश्य कहलाने लगा। साथ ही चौथा वर्ण शूद्र भी आया जो युद्ध में हारे हुए लोग थे। यह व्यवस्था धीरे-धीरे कठोर होती गई। कार्य का स्वरूप वंशानुगत होता गया। महिलाओं को समाज में उच्च स्थान प्राप्त था, वे पुरूषों के समान ही शिक्षा प्राप्त करती थीं। आर्यों का घर घास-फूस तथा मिट्टी के बने होते थे। आर्य दूध एवं उससे बने पदार्थ का प्रयोग करते थे। अनाज में वे जौ, गेहूं, चावल का प्रयोग करते थे।

प्रश्न 17.
हड़प्पाकालीन नगरनिर्माण योजना तथा व्यापार का वर्णन करें|
उत्तर :
हड़प्पा कालीन नगर निर्माण योजना-  हड़प्पा कालीन नगरों का निर्माण एक निश्चित योजना के आधार पर किया गया था। सड़कें चौड़ी थीं तथा वे छोटी-छोटी सड़कों एवं गलियों से जुड़ी थीं। सड़कें पूर्व से पश्चिम की ओर तथा उत्तर से दक्षिण की ओर जाती थीं। सड़कों के किनारे पक्की नालियाँ बनी थीं। हर घर की नाली बड़े नालों से मिल जाती थी। हर नाली में हल्की सी ढाल होती थी ताकि पानी आसानी से बह सके। इससे पता चलता है कि इस सभ्यता के लोग साई” और स्वच्छता के प्रति जागरूक थे।

हड़प्पा कालीन व्यापार-  हड़प्पा के नगरों से पत्थर, हाथी दाँत, धातु एवं मिट्टी की बनी वस्तुएँ मिली हैं। कुछ विद्वान सोचते हैं कि ये वास्तव में व्यापारियों की मुहरें थीं। ये विभिन्न आकार की हैं। इन मुहरों पर आदमी की आकृतियाँ, कुछ पर जानवरों की, पौधों की और कुछ पर बर्तनों की आकृतियाँ बनी हुई हैं। व्यापारी जब एक जगह से दूसरी जगह सामान भेजते थे तो सामान बाँधकर उस पर गीली मिट्टी छापते होंगे और गीली मिट्टी पर अपनी मुहर से छाप बना देते होंगे ताकि उनके सामान की पहचान बनी रह सके। तौल और नाप के लिए बटखरे और पैमाने का प्रयोग करते थे। ऐसी मुहरें दूसरे देशों में भी पाई गई हैं- खासकर मेसोपोटामिया (इराक) में लगता है कि उन दिनों इराक और हड़प्पा के नगरों के बीच व्यापार होता था।

हड़प्पा कालीन रहन-सहन-  चावल, गेहूँ और जौ हड़प्पा वासियों के मुख्य भोज्य पदार्थ थे। ये लोग सूती एवं ऊनी दोनों प्रकार के वस्त्र पहनते थे। यहाँ के निवासी गेहूँ, जौ, कपास, मटर, तिल और चावल की खेती करते थे। ऊँचे कंधों वाले बैल, गाय, भैंस, बकरी, भेड़, सुअर, हाथी और ऊँट इनके पालतू पशु थे। हार, कंगन, पाजेब (पायल), बाली, अंगूठी उनके प्रिय आभूषण थे। मनका बनाने का कारखाना चन्दड़ों से प्राप्त हुआ है।

हड़प्पा कालीन देवी-देवता-
  हड़प्पावासी मिट्टी से देवी-देवता की मूर्तियाँ बनाते थे। इस प्रकार की एक मातृदेवी की मूर्ति खुदाई में प्राप्त भी हुई है। इसके अलावा पत्थर के चौकोर पट्टे पर एक आकृति के सिर पर भैंसे के सींग का चित्र भी मिला है। उसके चारों तरफ कई जानवर बने हैं। संभवत: सिंधुवासी इन्हें पशुओं का देवता मानकर पूजते थे। कुछ मुहरों पर पीपल की पत्तियाँ और साँप की आकृतियाँ भी बनी मिली हैं। शायद वे इनकी भी पूजा करते थे। इतिहासकार मानते हैं कि हड़प्पावासी मातृशक्ति की उपासना, शिव की पूजा, वृक्ष पूजा और पशु-पूजा करते थे।

प्रश्न 18.
ग्राम पंचायत के कार्य लिखिए।
उत्तर:
पंचायत की जिम्मेदारी गाँव की दशा सुधारने की है। ग्राम पंचायत यह देखती है कि गाँव की जनता प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के द्वारा स्वास्थ्य की सुविधा प्राप्त कर रही है या नहीं। यह बच्चों की शिक्षा के लिए विद्यालय की निगरानी करती है। गाँव की गलियों में खड़न्जा बिछवाने, सड़क बनवाने, पानी की निकासी के लिए नाली बनवाने, बिजली, पीने के पानी इत्यादि की व्यवस्था तथा जन्म और मृत्यु का ब्यौरा तैयार करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होती है। यह जरूरतमन्दों की पहचान करने और कार्यों की प्राथमिकता का निर्णय भी अपनी बैठकों में करती है।
गाँव की सार्वजनिक सम्पत्ति का रख-रखाव एवं इनके खरीदने तथा नीलामी का कार्य ग्राम पंचायत द्वारा ही होता है। पंचायत अपनी आमदनी तथा खर्च का हिसाब-किताब रखती है। वर्ष में दो बार ग्राम पंचायत की बैठक होती हैं। बैठक में ग्राम पंचायत यह देखती है कि पंचायत समिति अपने कार्य ठीक ढंग से कर रही है या नहीं।

अर्द्धवार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-सामाजिक अध्ययन
हमारा इतिहास और नागरिक जीवन

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मेगस्थनीज ने कौन-सी पुस्तक लिखी?
उत्तर:
मेगस्थनीज ने ‘इण्डिका’ नामक पुस्तक लिखी।

प्रश्न 2.
कलिंग युद्ध के पश्चात् अशोक ने कौन-सा धर्म अपनाया?
उत्तर:
कलिंग युद्ध के पश्चात् अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया।

प्रश्न 3.
राजदूत किसे कहते हैं?
उत्तर:
राजा के दूत को राजदूत कहते हैं।

प्रश्न 4.
बौद्ध धर्म के दो सम्प्रदायों के नाम लिखिए।
उत्तर:
बौद्ध धर्म के दो सम्प्रदाय – हीनयान और महायान।

प्रश्न 5.
अजंता की गुफाओं में क्या चित्रित है?
उत्तर:
अजंता की गुफाओं में महात्मा बुद्ध के जीवन से सम्बन्धित भित्ति चित्र अंकित हैं।

प्रश्न 6.
मगध महाजनपद वर्तमान में किस राज्य में स्थित है?
उत्तर:
झारखण्ड।

प्रश्न 7.
आम्भी कहाँ का राजा था?
उत्तर:
तक्षशिला का।

प्रश्न 8.
बौद्ध धर्म के संस्थापक कौन थे?
उत्तर:
महात्मा बुद्ध।

प्रश्न 9.
अष्टांगिक मार्ग किसने चलाया?
उत्तर:
महात्मा बुद्ध ने।

प्रश्न 10.
जिला पंचायत का निर्माण कैसे होता है?
उत्तर:
प्रदेश में कई जिले होते हैं। किसी एक जिले की सभी क्षेत्र पंचायतों को मिलाकर जिला पंचायत बनती है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
अशोक ने बौद्ध धर्म क्यों अपनाया?
उत्तर:
कलिंग युद्ध में हजारों सैनिक मारे गए तथा बहुत बड़ी संख्या में घायल हुए। इससे अशोक बहुत दुखी हुआ तथा उसने निश्चय कर लिया कि वह भविष्य में कभी युद्ध नहीं करेगा और उसने बौद्ध धर्म अपना लिया तथा अहिंसा का पालन करने लगा।

प्रश्न 12.
सिन्धु घाटी के नगरों से मिलने वाली मुहरों के बारे में चार मुख्य बातें बताइए।
उत्तर:
सिन्धु घाटी के शहरों से प्राप्त मुहरों पर आदमी, जानवरों, पौधों और बर्तनों की आकृतियाँ बनी हुई हैं। एक मिट्टी की मूर्ति मिली है जो शायद उन लोगों की देवी की मूर्ति थी। एक आकृति के सिर पर भैंस का चित्र है। शायद यह पशुओं का देवता था जो पूजा जाता था। एक मुहर पर पीपल की पत्तियाँ और साँप बने हैं। शायद इनकी भी पूजा होती थी।

प्रश्न 13.
मेगस्थनीज की वृट में मौर्यकालीन समाज कैसा था?
उत्तर:
मेगस्थनीज के अनुसार मौर्यकालीन समाज के लोग सभ्य थे। वे अपने घरों में ताला नहीं लगाते थे। लोग झूटी गवाही नहीं देते थे और अपनी बातों पर अडिग रहते थे।

प्रश्न 14.
जिले के प्रमुख अधिकारी कौन-कौन होते हैं?
उत्तर:

  1. जिलाधिकारी
  2. जिलान्यायाधीश
  3. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
  4. मुख्य चिकित्साधिकारी
  5. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
  6. मुख्य विकास अधिकारी
  7. जेलर

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
मौर्यों के प्रशासन का वर्णन करो।

प्रश्न 16.
कुषाण कालीन कला की विशेषताएँ लिखिए।

प्रश्न 17.
नगर पंचायत के कार्य लिखिए।

प्रश्न 18.
गुप्तकाल में कला एवं विज्ञान की उन्नति का उल्लेख करिए।

 

वार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-सामाजिक अध्ययन
हमारा इतिहास और नागरिक जीवन।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
गुप्त वंश के शासकों ने कितने वर्षों तक शासन किया?
उत्तर:
गुप्त वंश के शासकों ने लगभग 200 वर्षों तक शासन किया।

प्रश्न 2.
भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता है?
उत्तर:
समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता है।

प्रश्न 3.
कालिदास की दो प्रमुख रचनाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
कालिदास की दो प्रमुख रचनाएँ – अभिज्ञानशाकुन्तलम्, रघुवंशम्

प्रश्न 4.
गुप्त वंश के नाम से किस वंश को जाना जाता है?
उत्तर:
कुषाणों के पश्चात् एक नए वंश का उदय हुआ। वह राजवंश गुप्त वंश के नाम से जाना जाता है।

प्रश्न 5.
समुद्रगुप्त द्वारा बनवाए गए सोने के सिक्कों पर क्या अंकित है?
उत्तर:
अश्वमेघ के घोड़े।

प्रश्न 6.
विशाखदत्त द्वारा लिखी एक रचना का नाम लिखिए।
उत्तर:
मुद्राराक्षस।

प्रश्न 7.
सम्राट हर्ष द्वारा रचित संस्कृत नाटकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
नागानन्द, रत्नावली और प्रियदर्शिका।।

प्रश्न 8.
कोणार्क के सूर्य मन्दिर का निर्माण किसने करवाया
उत्तर:
गंग वंश के नरसिम्हा प्रथम ने।

प्रश्न 9.
जिले में प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था कौन करता है?
उत्तर:
जिले में प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी करता है।

प्रश्न 10.
नगर पंचायत तथा नगर पालिका कितने वर्ष के लिए चुनी जाती है?
उत्तर:
नगर पंचायत तथा नगर पालिका पाँच वर्ष के लिए चुनी जाती है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
समुद्रगुप्त के विजय अभियान को किसने लिखा तथा इसे क्या कहा जाता है?
उत्तर:
समुद्रगुप्त के विजय अभियान को उसके दरबारी कवि हरिषेण ने इलाहाबाद के अशोक स्तम्भ पर खुदवाया, जिसे प्रयाग प्रशस्ति के नाम से जाना जाता है।

प्रश्न 12.
हर्ष का साम्राज्य विस्तार कहाँ से कहाँ तक था?
उत्तर:
हर्ष का साम्राज्य उत्तर में थानेश्वर से लेकर मध्य भारत के साँची तक तथा पूर्व में पुण्ड्रवर्धन से लेकर पश्चिम में बलभी तक फैला हुआ था।

प्रश्न 13.
संगम साहित्य किन राजवंशों की जानकारी देता है?
उत्तर:
संगम साहित्य तमिल भाषा का प्राचीनतम साहित्य है, जो प्रथम शताब्दी में लिखा गया था। इस साहित्य के द्वारा दक्षिण के तीन राजवंशों चोल (कोरोमण्डल तट), चेर (केरल) एवं पांड्य (दक्षिण छोर) के राज्यों के जीवन तथा युद्धों की जानकारी प्राप्त होती है।

प्रश्न 14.
राजपूतों के कला प्रेम पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
राजपूत कला प्रेमी थे। उन्होंने भव्य दुर्ग, राजभवन और मन्दिर बनवाए जैसे – भुवनेश्वर का लिंगराज मन्दिर, खजुराहो का कन्दरिया महादेव मन्दिर और  कोणार्क का सूर्य मन्दिर। ये मन्दिर धन-धान्य से पूर्ण थे।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
भवन निर्माण की उत्तर भारतीय तथा दक्षिण भारतीय शैली के बारे में लिखिए।
उत्तर:
मोटे तौर पर भवन निर्माण की दो शैलियाँ थीं- उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय। इनमें भेद मुख्यत: मन्दिर के शिखर के आकार में देखा जाता है। उत्तर भारतीय शिखरों का आकार टेढी रेखाओं से घिरी हुई ठोस मीनार की भाँति रहता था। मध्य में खुला हुआ तथा ऊपर एक बिन्दु पर आकर समाप्त हो जाता था। उदाहरणत: लिंगराज मन्दिर, भुवनेश्वर।

दक्षिण भारतीय शिखर पिरामिड की तरह दिखते थे, जिसमें कई खण्ड होते थे। प्रत्येक खण्ड क्रमशः ऊपर की ओर अपने नीचे वाले खण्ड से छोटा होता जाता था, और सबसे ऊपर जाकर छोटे तथा गोलाकार टुकड़े में हो जाता था। दक्षिण भारत के मन्दिरों में स्तम्भों का मुख्य स्थान है जबकि उत्तर भारत के मन्दिरों में इनका सर्वथा अभाव दिखाई देता है।

प्रश्न 16.
भारत के विदेशों से सम्पर्क के कारण व्यापार, पहनावा, ज्ञान विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में क्या बदलाव आया ?
उत्तर- भारत का विदेशों से सम्पर्क के कारण व्यापार, पहनावा, ज्ञान-विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आए बदलाव निम्नलिखित हैं

व्यापार-
  मध्य एशिया व रोमन साम्राज्य से सम्पर्क के कारण भारी मात्रा में सोना प्राप्त हुआ। काँच के बर्तन बनाने की तकनीक में प्रगति हुई। नगरीकरण चोटी पर पहुँच गया। कनिष्क ने तक्षशिला, पुरुषपुर (पेशावर) और कनिष्कपुर आदि नगर बसाए। कुषाणों ने चीन से मध्य एशिया होते हुए रोमन साम्राज्य जाने वाले रेशममार्ग पर नियन्त्रण कर लिया, जिससे भारतीय व्यापार की वृधि हुई।

पहनावा-
  कुषाणों के प्रभाव के कारण भारत में पगड़ी, कुर्ती, पजामे, लम्बे जूते और लम्बे कोट का प्रचलन शुरू हुआ।

ज्ञान-विज्ञान और प्रौद्योगिकी- नाट्यमंच में पर्दा का प्रचलन विदेशियों के प्रभाव से हुआ। नए-नए शब्दों का आदान-प्रदान हुआ, जिससे व्याकरण समृद्ध हुआ। खगोल और ज्योतिषशास्त्र में प्रगति हुई। सप्ताह के दिनों को ग्रहों के नाम से पुकारना यूनानियों से सीखा। यूनानी औषध पद्धति के विषय में जानकारी हुई। कनिष्क के समय में चरक नामक चिकित्सक हुए। इन्होंने चरक संहिता में 600 से ज्याझ औषधियों के विषय में लिखा है। इसमें चिकित्सक के लिए मरीजों के प्रति निर्देश भी दिए गए हैं।

प्रश्न 17.
अस्पृश्यता की भावना दूर करने में जिन लोगों ने अपना योगदान दिया है उनमें से किन्हीं । दो के बारे में लिखिए।

प्रश्न 18.
रेल से यात्रा करते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?

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