UP Board Class 6 Agricultural Science Model Paper कृषि विज्ञान

UP Board Class 6 Agricultural Science Model Paper are part of UP Board Class 6 Model Papers. Here we have given UP Board Class 6 Agricultural Science  Model Paper.

Board UP Board
Class Class 6
Subject Agricultural Science
Model Paper Paper 1
Category UP Board Model Papers

UP Board Class 6 Agricultural Science Model Paper कृषि विज्ञान

सत्र परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-कृषि विज्ञान

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मृदा में पाए जाने वाले घटक व उनकी प्रतिशत मात्रा लिखिए।
उत्तर:
मृदा में खनिज 45 प्रतिशत, जैविक पदार्थ 5 प्रतिशत, मृदा जल 25 प्रतिशत, मृदा वायु 25 प्रतिशत हैं।

प्रश्न 2.
प्रारम्भिक भू-परिष्करण किसे कहते हैं?
उत्तर:
खेत की तैयारी से बीज बोने तक जितने भी कृषि कार्य किए जाते हैं, उन्हें प्रारम्भिक भू-परिष्करण कहते हैं।

प्रश्न 3.
जैविक खाद का प्रयोग कब किया जाता है?
उत्तर:
जैविक खाद का प्रयोग बुआई से पूर्व किया जाता है?

प्रश्न 4.
खाद के रूप में प्रयोग की जाने वाली तीन खलियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
खाद के रूप में प्रयुक्त होने वाली तीन खलियों के नाम हैं – नीम, महुआ’ और अलसी।

प्रश्न 5.
उत्तर प्रदेश की प्रमुख मृदाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
मृदा पृथ्वी का सबसे ऊपरी भाग है, जो चट्टानों एवं खनिजों के टूटने-फूटने व स्थानांतरित होकर एकत्रित होने से बनी है।

प्रश्न 6.
खाद किसे कहते हैं?
उत्तर:
जीव-जन्तुओं एवं पेड़-पौधों के अवशेषों के विघटित अंश को ‘खाद’ कहते हैं। गोबर और घर का कचरा सड़ने के बाद खाद बन जाता है।

प्रश्न 7.
नालों की निचली सतह में क्या जमा हो जाता है?
उत्तर :
सिल्ट

प्रश्न 8.
खेत में खरपतवार नष्ट करने के लिए क्या-क्या कार्य करेंगे?
उत्तर:
खरपतवार नष्ट करने के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए जिससे खरपतवारों की जड़े एवं कंद मृदा सतह पर आकर धूप एवं वायु से नष्ट हो सकें।

प्रश्न 9.
कार्बनिक पदार्थ का मृदा पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
कार्बनिक पदार्थ का मृदा पर बहुत प्रभाव पड़ता है। इससे मृदा का उपजाऊपन बढ़ जाता है।

प्रश्न 10.
चट्टानों एवं खनिजों के टूटने से क्या प्राप्त होता है?
उत्तर:
बालू

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
पौधों में नाइट्रोजन के महत्त्व को लिखिए।
उत्तर:
नाइट्रोजन को पोषक तत्वों का राजा कहते हैं। यह एक संरचनात्मक तत्त्व है। नाइट्रोजन पौधों में हरा रंग क्लारोफिल उत्पन्न करता है। यह पौधों की तीव्र वृद्धि में सहायक होता है।

प्रश्न 12.
गर्मी की जुताई का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
गर्मी की जुताई खरीफ की फसलों की बुवाई से पहले की जाती है। भीषण गर्मी के बाद गर्म आई मौसम आता है। इस समय वर्षा रुक-रुककर होती रहती है जो घास जमने को प्रोत्साहित करती है, यद्यपि फसलों को उगने के लिए उचित दशाएँ उपलब्ध नहीं होती।

प्रश्न 13.
खादर या कछारीय मृदा किसे कहते हैं?
उत्तर:
ये नवीन जलोढ़ मृदाएँ हैं ये हल्के भूरे रंग की छिद्रयुक्त महीन कणों वाली होती हैं। चूना, पोटाश व मैग्नीशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।

प्रश्न 14.
गोबर गैस संयंत्र से होने वाले लाभों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
गोबर गैस संयंत्र से लाभ –

  1. भोजन पकाने के लिए ईंधन के रूप में गैस प्राप्त होती है।
  2. गैस का उपयोग गैस लैंप में प्रकाश के लिए भी किया जाता है।
  3. संयंत्र से गोबर की खाद (गाद) प्राप्त होती है।
  4. इस खाद (गाद) में सामान्य गोबर की खाद से कई गुना अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
काली मृदा के गुण-दोष लिखिए।
उत्तर:
काली मृदा के गुण व दोष

  1. यह मृदा गहरे भूरे, काले रंग की होती हैं।
  2. इस मृदा में लोहा, चूना, कैल्सियम, मैग्नीशियम तथा मृत्तिका की प्रचुरता होती है।
  3. इस मृदा में नवजन, फॉस्फोरस तथा कार्बनिक पदार्थ की न्यूनता पाई जाती है।
  4. यह मृदा स्वभाव में चिपचिपी एवं सुघट्य होती है।
  5. इस मृदा में सिकुड़ने एवं फूलने का गुण पाया जाता है तथा सूखने पर दरारें पड़ जाती हैं।
  6. यह मृदा काली, कपासी मृदा एवं रेगुर के नाम से भी प्रचलित है।

प्रश्न 16.
खाद को वर्गीकृत करते हुए हरी खाद बनाने की विधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
खाद के प्रकार – यह मुख्यतः दो प्रकार की होती है
(i) जैविक खाद

  • (क) गोबर की खाद
  • (ख) कम्पोस्ट की खाद
  • (ग) हरी खाद
  • (घ) खली की खाद
  • (ङ) मल-मूत्र की खाद

(ii) उर्वरक या रासायनिक खाद

  • (क) नाइट्रोजन उर्वरक
  • (ख) फॉस्फेटिक उर्वरक
  • (ग) पोटाश उर्वरक
  • (घ) उर्वरक मिश्रण

हरी खाद बनाने की विधि – इस विधि से जिस खेत में खाद देनी होती है, उसी में हरी खाद की फसल को लगभग एक माह पश्चात् खेत में ही पाटा लगाकर गिरा देते हैं। इसके बाद मिट्टी पलटने वाले हल से जुताई कर देते हैं। जिससे सभी हरे पौथे मिट्टी में दब जाते हैं। कुछ दिन में पौधे सड़-गलकर खाद बन जाते हैं।

 

अर्द्धवार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-कृषि विज्ञान

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
फसलों में बाड़ लगाने का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
फसलों में बाड़ लगाने से जंगली एवं पालतू जानवरों से फसल की सुरक्षा होती है।

प्रश्न 2.
साधारण बीज किसे कहते हैं?
उत्तर:
कृषक बीज को साधारण बीज कहते हैं।

प्रश्न 3.
संकर बीज का प्रयोग कितनी बार किया जाता है?
उत्तर:
संकर बीज का प्रयोग केवल एक बार किया जाता है।

प्रश्न 4.
कैंटीली झाड़ी द्वारा बाड़ लगाने में किन-किन पौधों का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर:
कैंटीली झाड़ी लगाने हेतु करौंदा, झरबेरी, बबूल इत्यादि पौधों का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 5.
उन्नतिशील बीज को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
उन्नतिशील बीज वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग कर बनाए जाते हैं।

प्रश्न 6.
गेहूँ की तीन उन्नतशील किस्में लिखिए।
उत्तर:
गेहूँ की तीन उन्नतशील किस्में-एच.डी. 2285, मालवीय-234 तथा पी.बी. डब्लू-343 है।

प्रश्न 7.
गेहूं की अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए नाइट्रोजन की कितनी मात्रा प्रयोग करनी चाहिए?
उत्तर:
120 किग्रा० प्रति हेक्टेयर |

प्रश्न 8.
उड़द को बुवाई से पूर्व किस रसायन से उपचारित करते हैं?
उत्तर:
उड़द को बुवाई से पूर्व अच्छी पैदावार व सही बढ़ोतरी के लिए राइजोबियम जैसे रसायन से उपचारित करते हैं।

प्रश्न 9.
सुगन्धित धान की दो प्रजातियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
टी-3, बासमती-370

प्रश्न 10.
फसलों को सिचाई की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
उत्तर:
पौधों को बढ़वार के लिए

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
पौधों की बाड़ लगाने से क्या लाभ होता है?
उत्तर:
इस विधि में जानवरों से फसलों की सुरक्षा मेड़ों के किनारे झाड़दार पौधे लगाकर की जाती है। बाड़ लगाने हेतु सरपत, मेंहदी आदि पौधों का चुनाव किया जाता है।

प्रश्न 12.
उन्नतिशील बीज कैसे बनाया जाता है?
उत्तर:
इस तरह के बीज वैज्ञानिक विधि से बनाए जाते हैं। इनको बनाने में चार पाँच साल का समय लगता है।

प्रश्न 13.
मटर की सिंचित असिंचित क्षेत्र में खेती हेतु उर्वरक की मात्रा बताइए।
उत्तर:
मटर की खेती में कम्पोस्ट खाद लगाने के बाद 25-30 किग्रा० नाइट्रोजन, 50-60 किग्रा० फॉस्फोरस तथा 40-50 किग्रा० पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से लगाना चाहिए।

प्रश्न 14.
खखड़ी द्वारा बाड़ कैसे बनायी जाती है?
उत्तर:
इस विधि में पहाड़ी क्षेत्रों में पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़ों को दीवार की तरह खेत के चारों तरफ रखकर बाड़ बनाते हैं। इसमें सीमेन्ट या मिट्टी का प्रयोग दीवार बनाने हेतु नहीं किया जाता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
फसलों के लिए जल की आवश्यकता को प्रभावित करने वाले कौन-कौन से कारक हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जल की आवश्यकता को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं

  1. गर्मी में मृदा-जल का वाष्पीकरण अधिक होने से फसलों को अधिक जल चाहिए।
  2. बलुई व बलुई दोमट में जल रिसता है, इसलिए फसलों को अधिक जल चाहिए।
  3. धान, गन्ना जैसी फसलों को अधिक जल की जरूरत होती है।
  4. वर्षा की मात्रा व वितरण सिंचाई को प्रभावित करते हैं।
  5. अधिक जैविक खाद से जल धारण क्षमता बढ़ने से सिंचाई की जरूरत घटती है।
  6. रासायनिक उर्वरकों के अधिक प्रयोग से सिंचाई की अधिक जरूरत होती है।

प्रश्न 16.
गेहूं की फसल में सिंचाई प्रबन्धन का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सामान्यत: गेहूँ में 5-6 सिंचाई की आवश्यकता होती है। पहली सिंचाई बोने के 20-25 दिन बाद की जाती है, जो महत्त्वपूर्ण होती है। इसके बाद आवश्यकतानुसार सिंचाई करते रहना चाहिए। अंतिम सिंचाई से पहले वाली सिंचाई दूधिया अवस्था में करनी चाहिए। अन्त में हलकी सिंचाई दाना पकते समय करनी चाहिए।

 

वार्षिक परीक्षा प्रश्न पत्र
कक्षा-6
विषय-कृषि विज्ञान

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
लू किस मौसम में चलती है?
उत्तर:
लू गर्मी के मौसम में चलती है।

प्रश्न 2.
पाला किस मौसम में पड़ता है?
उत्तर:
पाला सर्दी के मौसम में पड़ता है।

प्रश्न 3.
नींबू में …………… प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। वाक्य पूर्ण कीजिए।
उत्तर:
नींबू में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाई जाती है।

प्रश्न 4.
परिरक्षण में 10 से 15% नमक ………. के लिए विष का काम करता है। वाक्य पूर्ण कीजिए।
उत्तर:
परिरक्षण में 10 से 15% नमक जीवाणुओं के लिए विष का काम करता है।

प्रश्न 5.
ओला वृष्टि का क्या अर्थ है?
उत्तर:
ओला वृष्टि में, बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े आसमान से गिरते हैं।

प्रश्न 6.
बाग लगाने की किस विधि में 15 प्रतिशत पौधे अधिक लगाए जाते हैं?
उत्तर:
षट्भुजाकार विधि में।

प्रश्न 7.
ऊष्मा द्वारा परिरक्षण कैसे किया जाता है?
उत्तर:
खाद्य पदार्थों के जीवाणुओं को सामान्यतः 65 डिग्री सेल्सियस ऊष्मा पर गर्म करके नष्ट किया जाता

प्रश्न 8.
बाग के लिए सबसे उपयुक्त मृदा कौन-सी होती है?
उत्तर:
दोमट

प्रश्न 9.
अमरूब की खेती किस जलवायु में अच्छी होती हैं?
उत्तर:
शुष्क जलवायु में।

प्रश्न 10.
तरल तथा पेय पदार्थों को परिरक्षित करने के लिए कौन-सा रसायन प्रयोग किया जाता है।
उत्तर:
पोटाशियम मेटाबाई सल्फेट तथा सोडियम बेन्जोएट।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 11.
पाला पड़ने से पूर्व वातावरण में कौन-कौन से परिवर्तन होते हैं?
उत्तर:
पाला पड़ने से पूर्व आकाश का स्वच्छ होना, रात का तापमान कम होना, भूमि के निकट तापमान शून्य °C से भी कम होना, दिन में ठंडी हवा चले और रात में शांत हो जाए। जलवायु में वायु की मात्रा कम होना।

प्रश्न 12.
परिरक्षण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
फलों एवं सब्जियों को खराब होने से बचाने हेतु अथवा उनकी गुणवत्ता अधिक समय तक बनाए रखने के लिए की जाने वाली क्रियाओं को फल परिरक्षण कहते हैं।

प्रश्न 13.
अमरूद में तना छेदक कीट की रोकथाम कैसे की जाती है?
उत्तर:
अमरूद में तना छेदक कीट नियन्त्रण के लिए रुई को मिट्टी के तेल में भिगोकर कीट द्वारा बनाए छिद्रों में डालकर गीली मिट्टी से बन्द कर देते हैं।

प्रश्न 14.
नींबू के पौधे किस प्रकार तैयार किए जाते हैं?
उत्तर:
नींबू के पौधे को बीज द्वारा तथा वानस्पतिक प्रसारण की कई विधियाँ- कलिकायन, कर्तन, गूटी द्वारा तैयार की जाती है। कलिकायन विधि पौध तैयार करने की व्यावसायिक विधि हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 15.
पौध खरीदते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
पौधा खरीदते समय बरती जाने वाली सावधानियाँ

1.प्रजाति के अनुसार चुनाव- पौधा विक्रेता एवं नर्सरी मालिक कई प्रकार की प्रजातियों के पौधों को एक में मिलाकर बेच देते हैं। जब यह पौधे दस बारह साल बाद फलते हैं तब उनकी प्रजाति का पता चलता है और पूरा बाग खराब हो जाता है। अतः पौधे खरीदते समय वांछित प्रजाति की पहचान करके ही खरीदें।

2. कलमी पौधों की जगह वेशी पौधों का रोपण- पौधा विक्रेता देशी पौधे सस्ते होने के कारण कलमी पौधे के साथ देशी पौधों को बेच देते हैं। पौधा खरीदते समय तना पर कलिकायन अथवा ग्राफ्टिंग का चीरा देखकर कलमी पौधे पहचाने जा सकते हैं तथा धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।

प्रश्न 16.
आम का मीठा अचार कैसे तैयार किया जाता है?
उत्तर:
आम का मीठा अचार
आवश्यक सामग्री- आम की फाँके – 1 किलोग्राम, नमक – 200 ग्रा, चीनी – 600 ग्रा, पीसी लाल मिर्च – 20 ग्रा, गर्म मसाला – 20 ग्रा, सोंठ – 15 ग्रा, सौंफ – 20 ग्रा, हींग – थोड़ा-सा।
बनाने की विधि- आमों को ठंडे पानी से धोते हैं। छिलका उतारकर लम्बाई में बड़े सरोते से काटकर फाँकों को स्टील के काँटों से छेदते हैं। चाशनी अचार को सुरक्षित रखती है। आम के फाँके चीनी की चाशनी को अच्छी तरह सोखते हैं। काँच के बर्तन में रखकर मसाले और चीनी को अच्छी तरह मिलाते रहें। 4-5 दिन धूप में रखते हैं।

We hope the UP Board Class 6 Agricultural Science Model Paper (कृषि विज्ञान), help you. If you have any query regarding UP Board Class 6 Agricultural Science Model Paper (कृषि विज्ञान), drop a comment below and we will get back to you at the earliest.

error: Content is protected !!
Scroll to Top