UP Board Class 4 Hindi Model Paper हिंदी : कलरव
अर्द्धवार्षिक परीक्षा प्रश्न-पत्र
कक्षा – 4
विषय – हिंदी (कलरव)
समय : 2:30 घंटे
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न १.
‘पथ मेरा आलोकित कर दो’ कविता में वर्णित कवि की क्या मनोकामना है?
उत्तर:
कवि की मनोकामना जितना उसने जग से पाया और पाएगा, उससे अधिक दे जाने की है।
प्रश्न २.
गांधी जी किस बात की तरफ़ विशेष ध्यान देते थे?
उत्तर:
अच्छे आचरण की तरफ़।
प्रश्न ३.
प्रकृति से हमें क्या-क्या सीख मिलती है?
उत्तर:
प्रकृति से हमें महान, गंभीर, उत्साही, धैर्यवान तथा परोपकारी बनने की सीख मिलती है।
प्रश्न ४.
“पिता जी, देवदार तो पवित्र वृक्ष है”, किसने, किससे कहा।
उत्तर:
राजकुमारी ने राजा से कहा।
प्रश्न ५.
प्राचीन काल में हुए महादानी और परोपकारी राजा का नाम बताओ।
उत्तर:
सत्यवादी राजा हरिशचन्द्र।
प्रश्न ६.
मलेथा की गूल बनाने वाले उत्साही किसान का क्या नाम था?
उत्तर:
माधो सिंह।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न ७.
निम्न वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखो।
(क) दूसरों का उपकार करने वाला,
(ख) रास्ते पर चलने वाला।
उत्तर:
(क) परोपकारी
(ख) पथिक
प्रश्न ८.
निम्न शब्दों के विलोम शब्द लिखो।
सावधान, रुचि, न्याय, प्रसन्न, सभ्य।
उत्तर:
असावधान, अरुचि, अन्याय, अप्रसन्न, असभ्य।
प्रश्न ६.
निम्न मुहावरों का अर्थ बताकर वाक्यों में प्रयोग करो।
कमर कसना, चींटी की चाल चलना, मुरदों की तरह जाना
उत्तर:
कमर कसना- तैयारी करना, समस्या से जूझने के लिए कमर कसना अनिवार्य होता है।
चींटी की चाल चलना- बहुत धीरे चलना, चींटी की चाल चलने वाले जीवन में पिछड़ जाते हैं।
मुरदों की तरह जाना- लादकर ले जाया जाना, स्वस्थ व्यक्ति मुरदों की तरह जाना नहीं चाहता।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न १०.
“जब मैं पढ़ता था”, पाठ का सारांश संक्षेप में लिखो-
उत्तर:
गांधी जी के पिता करमचन्द गांधी राजकोट के दीवान थे। वे सत्यप्रिय और उदार व्यक्ति थे। गांधी जी की माता धार्मिक विचारों की थी। गांधी जी का जन्म २ अक्टूबर, १८६६ को पोरबंदर में हुआ। बचपन से ही संकोची स्वभाव के थे। गांधी जी ने कभी झूठ नहीं बोला। वे सुबह सैर करते थे। वे व्यायाम को जरूरी मानते थे। एक बार सत्य बोलने पर भी उन पर जुर्माना हो गया। तब उन्होंने समझा कि सत्यवादी को असावधान भी नहीं रहना चाहिए।
प्रश्न ११.
‘प्रकृति की सीख’ कविता की अंतिम चार लाइन लिखो।
उत्तर:
‘पृथ्वी कहती, धैर्य न छोड़ो,
कितना ही हो, सिर पर भार।
नभ कहता है, फैलो इतना,
ढक लो तुम, सारा संसार।’
प्रश्न १२.
‘हमारा विद्यालय’ विषय पर दस वाक्यों में निबंध लिखो-
उत्तर:
मेरे विद्यालय का नाम ‘प्राथमिक विद्यालय’ है। यह शहर के अच्छे विद्यालयों में से एक है। मेरा विद्यालय शहर में स्थित है। यह पक्की सड़क के पास है। इसके समीप एक उद्यान भी है। यहाँ हमें साफ़ हवा मिलती है। इस सड़क पर मोटरें व बसें नहीं चलती; अतः छोटे-छोटे बच्चे भी आसानी से आ-जा सकते हैं और वाहन से दुर्घटना हो जाने का भय नहीं रहता। मेरे विद्यालय की इमारत बहुत ही आलीशान है। इसमें पाँच कमरे हैं। सभी कमरे हवादार हैं। प्रत्येक कमरे में बिजली के पंखे लगे हैं; पास में ही खेल का मैदान हैं, जहाँ हम सभी खेलते हैं।
वार्षिक परीक्षा प्रश्न-पत्र
कक्षा – 4
विषय – हिंदी (कलरव)
समय : 2:30 घंटे
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न १.
बाल गंगाधर तिलक का जन्म कब और कहाँ हुआ?
उत्तर:
२३ जुलाई, १८५६ ई० को, महाराष्ट्र के कोंकण जिले के रत्नागिरी नामक स्थान में हुआ था।
प्रश्न २.
मांडले जेल में तिलक द्वारा लिखी प्रसिद्ध पुस्तक का क्या नाम है?
उत्तर:
‘गीतारहस्य’।
प्रश्न ३.
लोकमान्य तिलक ने क्या नारा दिया?
उत्तर:
स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं उसे लेकर ही रहूँगा।
प्रश्न ४.
‘साखी’, ‘सबद’ और ‘रमैनी’ किस कवि की रचनाएँ हैं?
उत्तर:
संत कबीर दास।
प्रश्न ५.
केरल के प्रमुख त्योहार का क्या नाम है?
उत्तर:
ओणम।
प्रश्न ६.
नेहरू जी ने इंदिरा के नाम पत्र कब और कहाँ से लिखा?
उत्तर:
सन् १६३० ई० में नैनी जेल से।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न ७.
नीचे लिखी पंक्तियों का भाव स्पष्ट करो।
परमारथ के कारने साधुन धरा शरीर
उत्तर:
सज्जन लोग दूसरों की भलाई करने के लिए ही शरीर धारण करते हैं।
प्रश्न ८.
नीचे दिए मुहावरों को अपने वाक्यों में प्रयोग करो।
घी के दीए जलाना, पानी-पानी होना, दाँत खट्टे करना।
उत्तर:
घी के दीए जलाना- राम, सीता और लक्ष्मण के अयोध्या लौटने पर लोगों ने घी के दीए जलाए।
पानी-पानी होना- अपने निकृष्ट कार्य के लिए वह पानी-पानी हो गया।
दाँत खट्टे करना- अभिमन्यु ने कौरवों के दाँत खट्टे कर दिए।
प्रश्न ६.
निम्नलिखित विशेषण शब्दों के उचित संज्ञा शब्द लिखो
अनुकरणीय, भला, कठोर, दयालु, स्वतंत्र
उत्तर:
अनुकरण, भलाई, कठोरता, दया, स्वतंत्रता
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न १०.
मोहम्मद साहब ने लोगों को क्या शिक्षा दी?
उत्तर:
मोहम्मद साहब ने लोगों को एक ईश्वर को मानने और उसकी इबादत करने को कहा। उन्होंने सबको समान बताया, किसी को ऊँचा-नीचा नहीं। उन्होंने ईमानदारी व परिश्रम से कमाई रोजी को पवित्र बताया। लोगों को आय का एक भाग दान देने को कहा। जीवों, पड़ोसियों के प्रति दयालु रहने, अच्छे काम करने और नेकी के रास्ते पर चलने को कहा। उनके उपदेश पवित्र धर्म ग्रंथ (कुरान) में संकलित हैं।
प्रश्न ११.
‘दीपावली’ विषय पर दस वाक्यों में निबंध लिखो।
उत्तर:
दीपावली का त्योहार प्रकाश का त्योहार कहा जाता है। भारत में हर वर्ग के लोग इसे बहुत उमंग और उत्साह से मनाते हैं। इसी दिन भगवान श्री राम लंका के राजा रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे थे। इसी उपलक्ष्य पर यह त्योहार मनाया जाता है। घरों को दीप और झालरों से सजाया जाता है। श्री गणेश जी और लक्ष्मी जी की पूजा होती है। व्यापारी नए खाते का शुभारंभ करते हैं। कहावत है, ‘लक्ष्मी जी इसी दिन आधी रात को घर में प्रवेश करती हैं।’ दीपावली का पर्व हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने की प्रेरणा देता है। हमें चाहिए कि इस पर्व
पर फैली बुराइयों को दूर करें तथा नए उमंग और उल्लास के साथ इसे मनाएँ।
प्रश्न १२.
नौका-दौड़ प्रतियोगिता कैसे होती है?
उत्तर:
आरमुला नामक स्थान पर नौका-दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन होता है। दूर-दूर के गाँवों से सर्पाकार नौकाएँ लेकर लोग उस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। नौका दौड़ देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक बहुत अधिक संख्या में आते हैं। परंपरागत पोशाकें पहने नौका गीत गाते हुए लोग अपने चप्पू एक निश्चित ताल में एक साथ चलाते हैं। दौड़ में विजयी रही नौकाओं को पुरस्कृत किया जाता है।