UP Board Class 10 Hindi Model Papers Paper 2 are part of UP Board Class 10 Hindi Model Papers. Here we have given UP Board Class 10 Hindi Model Papers Paper 2.
Board | UP Board |
Textbook | NCERT |
Class | Class 10 |
Subject | Hindi |
Model Paper | Paper 2 |
Category | UP Board Model Papers |
UP Board Class 10 Hindi Model Papers Paper 2
समय : 3 घण्टे 15 मिनट
पूर्णांक : 70
प्रश्न 1.
(क) निम्नलिखित में से कोई एक कथन सही है, उसे पहचानकर लिखिए। [ 1 ]
- ‘कनुप्रिया’ धर्मवीर भारती का प्रसिद्ध उपन्यास हैं।
- हजारीप्रसाद द्विवेदी कवि एवं कहानीकार हैं।
- बाबू गुलाबराय एक उपन्यासकार के रूप में प्रसिद्ध हैं।
- प्रेमचन्द कहानीकार एवं उपन्यासकार के रूप में जाने जाते हैं।
(ख) निम्नलिखित कृतियों में से किसी एक कृति के लेखक का नाम लिखिए। [ 1 ]
- आषाद का एक दिन
- कामायनी
- भारत दुर्दशा
- विचारथी
(ग) किसी एक आत्मकथा लेखक का नाम लिखिए। [ 1 ]
(घ) बापू के आश्रम में कृति किस विधा पर आधारित है? [ 1 ]
(ङ) डॉ. रामकुमार वर्मा की एक रचना का नाम लिखिए। [ 1 ]
प्रश्न 2.
(क) आदिकाल की दो विशेषताएँ लिखिए। [ 1 + 1 = 2]
(ख) ‘गीतिका’ और ‘जयद्रथवध’ के रचयिताओं के नाम लिखिए। [ 1 + 1 = 2]
(ग) हरिवंशराय बच्चन की दो प्रसिद्ध काव्य कृतियों के नाम लिखिए। [ 1 ]
प्रश्न 3.
निम्नलिखित गद्यांशों में से किसी एक के नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। [ 2 + 2 + 2 + 6]
(क) जो तरुण संसार के जीवन संग्राम से दूर हैं, उन्हें संसार का चित्र बड़ा ही मनमोहक प्रतीत होता है। जो वृद्ध हो गए हैं, जो अपनी बाल्यावस्था
और तरुणावस्था से दूर हट आए हैं उन्हें अपने अतीतकाल की स्मृति बड़ी सुखद लगती है। वे अतीत का ही स्वप्न देखते हैं। तरुणों के लिए जैसे भविष्य उज्ज्वल होता है, वैसे ही वृद्धों के लिए अतीत। वर्तमान से दोनों को असन्तोष होता है। तरुण भविष्य को वर्तमान में लाना चाहते हैं और वृद्ध अतीत को खींचकर वर्तमान में देखना चाहते हैं। तरुण क्रान्ति के समर्थक होते हैं और वृद्ध अतीत के गौरव के संरक्षक। इन्ही दोनों गुणों के कारण वर्तमान सदैव क्षुब्ध रहता है और इसी से वर्तमान काल सदैव सुधारों का कान बना रहता है।
- परोक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
- गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।
- वृद्ध और तरुण दोनों ही अपने वर्तमान से असन्तुष्ट क्यों रहते हैं?
(ख) ज़िन्दगी को मौत के पंजों से मुक्त कर उसे अमर बनाने के लिए आदमी ने पह्यड़ काटा है। किस तरह इन्सानी खुबियों की कहानी सदियों के बाद आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाई जाए, इसके लिए आदमी ने कितने ही उपाय सोचे और किए। उसने चट्टानों पर अपने सन्देश खोदे, ताड़ों से ऊँचे, धातुओं से चिकने पत्थर के खम्भे खड़े किए, तांबे और पीतल के पत्तरों पर अक्षरों के मोती बिखेरे और उसके जीवन-मरण की कहानी सदियों के उतार पर सरकती चली आई, चली आ रही है, जो आज हमारी अमानत- विरासत बन गई हैं।
- उपरोक्त गद्यांश का सन्दर्भ लिखिए।
- रेखांवित अंश की व्याख्या कीजिए।
- इन्सान की यूनियों की कहानी सदियों के बाद आने वाली पीढ़ी
- तक पहुँचाने के लिए मनुष्य ने क्या-क्या किया?
प्रश्न 4.
निम्नलिखित पद्यांशों में से किसी एक की सन्दर्भ-सहित व्याख्या कीजिए तथा उसका काव्य-सौन्दर्य भी लिखिए। [ 1 + 4 + 1 = 6 ]
(क) चाह नहीं मैं, सुरबाला के गहनों में गूंथा जाऊँ,
चाह नहीं प्रेमी माला में विष प्यारी को ललचाऊँ,
चाह नहीं सम्राटों के शव पर है हरि डाला जाऊँ,
चाह नहीं देवों के सिर पर, चहूँ भाग्य पर इठलाऊँ
मुझे तोड़ लेना वनमाली,
उस पथ में देना तुम फेंक।
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने,
जिस पथ जाएँ वीर अनेक।।
(ख) धूरि भरे अति सोभित स्याम जू, तैसी बनी सिर सुन्दर चोटी।
खेलत खात फिरै अँगना, पग पैंजनी बाजति पीरी कछोटी।
वा छवि को रसुखानि बिलोकति, वारत काम कला निज कोटी।
काग को भाग बड़े सजनी, हरि-हाथ सो लै गयौ माखन रोटी।
प्रश्न 5.
(क) निम्नलिखित लेखकों में से किसी एक का जीवन-परिचय दीजिए एवं उनकी किसी एक रचना का नाम लिखिए। [ 2 + 1 = 3]
- जयशंकर प्रसाद
- पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी
- जयप्रकाश भारती
(ख) निम्नलिखित कवियों में से किसी एक कवि का जीवन परिचय दीजिए तथा उनकी एक रचना को नाम लिखिए। [ 2 + 1 = 3 ]
- सूरदास
- रामनरेश त्रिपाठी
- सुभद्राकुमारी चौहान
प्रश्न 6.
निम्नलिखित का सन्दर्भ-सहितं हिन्दी में अनुवाद कीजिए। [1 + 3 = 4 ]
सह द्वादश वर्ष उपेत्य चतुर्विंशति वर्षः सर्वान् वेदानधीत्य महामना अनूचानमानी स्य एयाय। तंह पितोवाच श्वेतकेतो यन्नु सोम्येदं महामना अनूचानमानी स्तब्धोद्यऽस्युत तमादेशम प्राक्ष्यः
अथवा
धान्यानामुत्तमं दाक्ष्यं धनानामुत्तम् श्रुतम्।
लाभानां श्रेय आरोग्यं सुखानां तुष्टिरुत्तमा।
प्रश्न 7.
(क) अपनी पाठ्यपुस्तक से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्न-पत्र में न आया हो। [ 2 ]
(ख) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए। [ 1 + 1 = 2 ]
- नीर-क्षीर विषये हंसस्य का विशेषता अस्ति?
- समुद्र: केन वर्षयते?
- कः वेदान् अधीत्य साध ऐयाय?
- भारतीय संस्कृते: क: अभिलाषः?
- मैत्री कॅन् वर्धते?
प्रश्न 8.
(क)
(i) निम्नलिखित पंक्तियों में कौन-सा रस है? उसका स्थायी भाव बताइए
- हा! वृद्धा के अतुल धन हा! वृद्धता के सहारे !
- हा! प्राणों के परम प्रिय हा! एक मेरे दुलारे !
(ii) हास्य रस की परिभाषा सोदाहरण लिखिए। [ 2 ]
(ख) उपमा अथवा रूपक अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण लिखिए। [ 2 ]
(ग) सोरठा अथवा रोला छन्द की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए। [ 2 ]
प्रश्न 9.
(क) निम्नलिखित उपसर्गों में से किन्हीं तीन के मेल से एक-एक शब्द बनाइए। [ 1 + 1 + 1 = 3 ]
- अ
- ला
- कम
- निर्
- परि
- सह
(ख) निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रत्ययों का प्रयोग करके एक-एक शब्द बनाइए। [ 1 + 1 = 2 ]
- आनी
- औती
- आहट
- वैया
- झाकू
- पा
(ग) निम्नलिखित में से किन्हीं दो का समास-विग्रह कीजिए तथा समास का नाम लिखिए। [ 1 + 1 = 2 ]
- अष्टाध्यायी
- नीलोत्पल
- पशु-पक्षी
- महामानव
- चन्द्रमुखी
- पीताम्बर
(घ) निम्नलिखित में से किन्हीं दो के तत्सम रूप लिखिए। [ 1 + 1 = 2 ]
- उछाहू
- खेत
- तालाब
- काठ
- पाहून
- कुम्हार
(ङ) निम्नलिखित में से किन्हीं दो शब्दों के दो-दो पर्यायवाची लिखिए। [ 1 + 1 = 2 ]
- भौंरा
- माता
- मित्र
- पहाड़
- पृथ्वी
- गौ
प्रश्न 10.
(क) निम्नलिखित में से किन्हीं दो में सन्धि कीजिए और सन्धि का नाम लिखिए। [ 1 + 1 = 2 ]
- (2) अति + आचारः
- (ii) न + एव
- (11) मधु + अरिः
- (i) पितृ + आज्ञा
- (c) रवि + इन्द्रः
- (cut) यदि + अपि
(ख) निम्नलिखित शब्दों के रूप तृतीया विभक्ति बहुवचन में लिखिए। [ 1 + 1 = 2 ]
- फल अथवा मति :
- तद् (पुल्लिग) अथवा युष्मद्
(ग) निम्नलिखित में से किसी एक की धातु, लकार, पुरुष तथा वचन का उल्लेख कीजिए [ 1 + 1 = 2 ]
- हसानि
- पचेत्
- द्रक्ष्यामि
(घ) निम्नलिखित में से किन्हीं दो वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिए। [ 1 + 1 = 2 ]
- बालक गेंद से खेलते हैं।
- पेड़ से पत्ते गिरते हैं।
- भिक्षुक को वस्त्र दे दो।
- वाराणसी देश की प्राचीन नगरी हैं।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित विषयों में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए। [ 6 ]
- मेरी प्रिय पुस्तक
- बढ़ती जनसंख्या विकट समस्या
- वन रहेंगे हम रहेंगे
- देश प्रेम
- विज्ञान: वरदान या अभिशाप
प्रश्न 12.
स्वपठित खण्डकाव्य के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक का उत्तर दीजिए। [ 3 ]
(क) (i) ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।
(ii) ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य के नायक जवाहरलाल नेहरू का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ख) (i) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के तीसरे सर्ग का संक्षिप्त वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
(ii) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के आधार पर गांधीजी की चारित्रिक विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
(ग) (i) ‘मेवाड़ मुकुट’ के पंचम सर्ग की कथा संक्षेप में अपने शब्दों में लिखिए।
(ii) मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के नायक राणा प्रताप का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(घ) (i) ‘जयसुभाष’ खण्डकाव्य के आधार पर सप्तम सर्ग की कथा संक्षेप में लिखिए।
(ii) ‘जयसुभाष’ खण्डकाव्य के आधार पर सुभासचन्द्र बोस की चार विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
(ङ) (i) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के चतुर्थ सर्ग की कथा को अपने शब्दों में लिखिए।
(ii) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के आधार पर शिशुपाल का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(च) (i) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
(ii) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(छ) (i) तुमुल खण्डकाव्य के नथम सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
(ii) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य के आधार पर मेघनाद का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(ज) (i) कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के आधार पर छठे सर्ग की कथा अपने शब्दों में लिखिए।
(ii) कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के नायक ‘भरत’ का चरित्र चित्रण कीजिए।
(झ) (i) ‘मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथा संक्षिप्त में लिखिए।
(ii) ‘मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य के आधार पर ‘चन्द्रशेखर आज़ाद’ का चरित्र-चित्रण कीजिए।
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