UP Board Solutions for Class 4 Hindi Kalrav Chapter 19 सोहना

UP Board Solutions for Class 4 Hindi Kalrav Chapter 19 सोहना the students can refer to these answers to prepare for the examinations. These solutions provided in the Free PDF download of UP Board Solutions for Class 4 Hindi Kalrav are beneficial in enhancing conceptual knowledge.

UP Board Solutions for Class 4 Hindi Kalrav Chapter 19 सोहना

सोहना शब्दार्थ

ढाबा = सड़क के किनारे बना भोजनालय, जिसमें प्रायः वाहन चालक और यात्री भोजन करते हैं
कड़कदार = तेज
धोरी = धवल, सफेद
झपटा = तेजी से लपका
अमराई = आमों का घना बाग
ट्रे= कप/गिलास रखने का पात्र।

सोहना पाठ का सारांश

छोटू दस साल का बच्चा था, जो ढाबे में बरतन माँजता था। घर पर उसका नाम सोहना था। उसका गाँव नदी किनारे था। माता-पिता सहित उसके दादा-दादी और छोटी बहन भी थे। वह कक्षा पाँच में पढ़ता था। वह बच्चों के साथ स्कूल जाता, बाग में खेलता और सुबह-शाम घर के बहुत सारे काम करता था। स्कूल में किताब खो जाने के कारण गुरु जी ने उसे थप्पड़ मार दिया। घर पर पिता जी ने डाँटा। उसके मन को ठेस लगी। रात में वह चुपचाप घर से भाग आया। वह ढाबे में बरतन धोने का काम करने लगा। घर जाने को उसका मन करता है; परंतु लज्जा के कारण नहीं जा पाता।

ढाबे में उसे सुबह चार बजे से रात के ग्यारह बजे तक काम ही काम था। मालिक उसे खेलने भी नहीं देता था। प्याला टूटने पर लात लगाई जाती थी। शाम को उसे देर से खाना मिलता। कहीं वह सो न जाए, उसने खाया या नहीं; किसी को चिंता नहीं। आखिर, वह घर से क्यों भागा? यह उसके खेलने-खाने और पढ़ने के दिन हैं!

रोजाना की तरह छोटू गिलास धोने ट्रे में लेकर जा रहा था। सड़क पर बच्चे गेंद खेल रहे थे। वह भी खेलने लगा। अचानक मालिक आ गया। डर के मारे छोटू के हाथ से ट्रे छूट गई और गिलास टूट गए। मालिक डंडा लेकर झपटा। सोहना अब उठ खड़ा हुआ। वह अब छोटू नहीं था। वह अपने घर जाएगा, पढ़ेगा और जीवन सँवारेगा। सोहन तीर की भाँति सड़क पर पहुँच गया। उसकी आँखों में उसका गाँव और उसका सपना समाया हुआ था।

सोहना अभ्यास प्रश्न

शब्दों का खेल

प्रश्न १.
कड़क में “दार’ शब्द जोड़कर ‘कड़कदार’ शब्द बना है। इसी प्रकार निम्नलिखित शब्दों में ‘दार’ जोड़कर कुछ और शब्द बनाओ तथा उनके अर्थ भी लिखो (शब्द बनाकर व अर्थ लिखकर)
उत्तर:
इज्ज़त + दार = इज्ज़तदार
अर्थ – सम्मान रखने वाला

मज़े + दार = मज़ेदार
अर्थ – मज़ा देनेवाला

हवा + दार = हवादार
अर्थ – खुला

धार + दार  = धारदार
अर्थ – तेज

चमक + दार = चमकदार
अर्थ – चमक वाला

माल + दार = मालदार
अर्थ – धनी

चौकी + दार = चौकीदार
अर्थ – रखवाली करने वाला

दुकान + दार = दुकानदार
अर्थ – दुकान करने वाला, व्यापारी।

प्रश्न २.
तद्भव शब्दों के सही तत्सम रूप को तीर के निशान से जोड़ो (जोड़कर)
उत्तर:
तद्भव शब्द – तत्सम शब्द
घर – गृह
भाई – भ्राता
सपना – स्वप्न
गाँव – ग्राम

प्रश्न ३.
सोहना गाय के बछड़े को धीरे-धीरे सहलाता है। ऊपर लिखे वाक्य में ‘सहलाता’ क्रिया और धीरे-धीरे’ क्रिया-विशेषण हैं। नीचे लिखे वाक्यों में क्रिया और क्रिया विशेषण पहचानकर लिखो।
UP Board Solutions for Class 4 Hindi Kalrav Chapter 19 सोहना 1

बोध प्रश्न

प्रश्न १.
उत्तर दो
(क) बचपन में सोहना कौन-कौन से खेल खेलता था?
उत्तर:
बचपन में सोहना लुका-छिपी, कबड्डी व गिल्ली-डंडा खेलता था।

(ख) सोहना के परिवार में कौन-कौन सदस्य थे?
उत्तर:
सोहना के परिवार में उसके माता-पिता, दादा-दादी और छोटी बहन थे।

(ग) सोहना घर छोड़कर क्यों भागा?
उत्तर:
सोहना को स्कूल में गुरु जी ने थप्पड़ मारा। घर पर उसके पिता जी ने डाँटा। उसका दिल टूट गया। वह घर छोड़कर भाग गया।

(घ) ढाबे में सोहना को क्या-क्या करना पड़ता था?
उत्तर:
ढाबे में सोहना ट्रे साफ करता, बरतन माँजता और गिलास धोता था।

(ङ) ढाबे का मालिक उसके साथ कैसा बर्ताव करता था?
उत्तर:
ढाबे का मालिक उसके साथ जानवरों जैसा बर्ताव करता था।

(च) छोटू के हाथ से दे कैसे छूटी?
उत्तर:
मालिक को गुस्से में देख छोटू डर गया और हाथ से ट्रे छूट गई।

(छ) ढाबे के मालिक ने जब डंडा उठाया तो छोटू ने क्या किया?
उत्तर:
ढाबे के मालिक ने जब डंडा उठाया तब छोटू सोहना बन गया और भागकर सड़क पर आ गया।

(ज) सोहना भागते समय क्या निश्चय करता जा रहा था?
उत्तर:
सोहना भागते समय अपने गाँव पहुँचने पर पढ़ाई करने और अपना भविष्य बनाने का निश्चय करता जा रहा था।

प्रश्न २.
सोचो और बताओ
(क) सोहना को ढाबेवाला पकड़ लेता तो उसके साथ कैसा व्यवहार करता?
उत्तर:
ढाबेवाला सोहना को खूब पीटता।

(ख) अपने घर पहुँचकर उसे कैसा अनुभव हुआ होगा?
उत्तर:
घर आकर सोहना को अच्छा लगा होगा।

(ग) सोहना को पाकर उसके माता-पिता, दादा-दादी को कैसा लगा होगा?
उत्तर:
सोहना को पाकर उसके माता-पिता और दादा-दादी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा होगा।

(घ) क्या सोहना पुनः पढ़ने स्कूल गया होगा?
उत्तर:
सोहना स्कूल अवश्य गया होगा।

(ङ) इस पाठ का और क्या शीर्षक हो सकता है?
उत्तर:
इसका शीर्षक ‘सुबह का भूला’ भी हो सकता है। तुम्हारी कलम सेउन प्रसंगों को संक्षेप में लिखो, जब बड़ों के डाँटने से तुम्हारे मन को ठेस लगी।

अब करने के बारी

(क) अपने पास-पड़ोस के उन छोटे बालक-बालिकाओं के नाम लिखो, जो किसी स्कूल में नहीं पढ़ते।
(ख) उनसे स्कूल में पुनः प्रवेश लेने के लिए बातचीत करो।
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

error: Content is protected !!
Scroll to Top